एक सद्गुणी, समुन्नत, सुसंस्कृत मनचाही संतान प्राप्त करने
हेतु पति –पत्नी का सामंजस्य अत्यंत आवश्यक है | इसके लिए आपसी निःस्वार्थ भाव से
पवित्र, शुद्ध सात्विक निर्मल निश्छल, सच्चा प्रेम, विश्वास समर्पण, आत्मियता, सम्मान
परिमार्जित भावनाएं और परिष्कृत दृष्टिकोण आवश्यक है |